Maa Shayari In Hindi – इस Post में हम पढेंगे Maa Shayari In Hindi जिसमे आप पढ़ेंगे एक से बढ़कर एक Miss You Maa Shayari जो आपको बहुत ही पसंद आने वाला हैं।
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Maa Shayari In Hindi
सीधा साधा भोला भाला में ही सबसे अच्छा हूँ |
कितना भी हो जाऊ बड़ा माँ में आज भी तेरा
छोटा बच्चा हूँ।
भीड़ में भी सीने से लगा के दूध पिला देती है
बच्चा अगर भूखा हो तो माँ शर्म को भुला देती है।
एक औरत अपनी ज़िन्दगी में सबसे ज्यादा
दर्द हमें पैदा करते वक़्त सेहती है तभी तो
हर बच्चे के दिल में उसकी माँ ही रहती है
मेरी जान मेरी माँ।
मैने बिना मतलब निकाले रिश्ते निभाने वाला
इंसान देख है इस जहान में केवल माँ ही है
जिसकी नज़र से मैने यह आसमान देखा है
” मेरी माँ “.
मेरी हर कोशिश को खुदा सफल कर देता है
मेरी माँ का होना मुझे मुकम्मल कर देता है।Maa Shayari In Hindi
कोई दुआ असर नहीं करती जब तक वो हम
पर नज़र नहीं रखती हम उसकी खबर रखे या
ना रखे वो कभी हमें बेखबर नहीं रखती, मेरी माँ।
उसको जब भी देखता हूँ मेरी मन्नत पूरी हो जाती है
उसमे, उससे, उसपर, ही मेरी दुनिया पूरी हो जाती है।
हर गली, हर शहर, हर देश-विदेश देखा,
लेकिन मां तेरे जैसा प्यार कहीं नहीं देखा..!!
अगर हम शब्द है तो वो पूरी भाषा है
माँ की बस यही परिभाषा है।
दरवाज़े पे जब लिखा हमने नाम अपनी माँ का,
मुसीबत ने दरवाज़े पे आना छोड़ दिया..!!
Heart Touching Maa Shayari
माँ बिना ज़िन्दगी वीरान होती है तनहा सफर
में हर राह सुनसान होती है ज़िन्दगी में माँ का
होना ज़रूरी है माँ की दुआओ से ही हर
मुश्किल आसान होती है।
जब दवा काम नहीं आती है,
तब माँ की दुआ काम आती है..!!
दूसरों की गोदी में जाता हूँ रो अन्जान हो जाता हूँ
माँ नहीं होती है तब अपने ही घर में मेहमान हो
जाता हूँ।
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ना आसमां होता ना जमीं होती,
अगर मां तुम ना होती..!!
लोग चले है जन्नत को पाने अरे उन
बेख़बरों को बता दो की माँ घर पर ही है।
माँ की बूढी आंखों को अब कुछ दिखाई नहीं देता,
लेकिन वर्षों बाद भी आंखों में लिखा हर एक अरमान पढ़ लिया..!!
Emotional Maa Shayari
माँ तो जन्नत का फूल है प्यार करना तो उसका
उसूल है दुनिया की मुहब्बत फज़ूल है माँ की
हर दुआ क़ुबूल है, माँ का नाराज़ करना, माँ
के कदमो की मिटटी जन्नत की धुल है।
जिसके होने से मैं खुद को मुक्कम्मल मानता हूँ,
में खुदा से पहले मेरी माँ को जानता हूँ..!!
किसी ने भगवन को माना तो किसी ने
अल्लाह लिखा मैने कलम उठाई अदब
से और सबसे पहले माँ लिखा।
है गरीब मेरी माँ फिर भी मेरा ख्याल रखती है,
मेरे लिए रोटी और अपने लिए पतीले की खुरचन रखती है..!!
माँ कहती है मुझे आज भूख नहीं है ये आखिरी रोटी
भी तुम खा लो ये सिर्फ दुनिया में माँ कहती है।Maa Shayari In Hindi
हालात बुरे थे मगर अमीर बना कर रखती थी,
हम गरीब थे यह बस हमारी मां जानती थी..!!
Beti Maa Shayari
मेरी आँखों से पढ़कर वो मुझे जान लेती है
इक माँ ही तो हैं जो मुझसे पहले मुझे
पहचान लेती है।
भूल जाता हूँ परेशानियां ज़िंदगी की सारी,
माँ अपनी गोद में जब मेरा सर रख लेती है..!!
चाँद सिक्के जब माँ ने मेरे सर से उतारे
दुनिया जहान की दौलत फीकी पद गई।
कल माँ की गोद में, आज मौत की आग़ोश में,
हम को दुनिया में ये दो वक़्त बड़े सुहाने से मिले..!!
धूप मैं बाप और चूल्हे पर माँ जलती है
तब जाकर औलाद पलटी है।
ना जाने माँ क्या मिलाया करती हैं आटे में,
ये घर जैसी रोटियाँ और कहीं मिलती नहीं..!!
आँखे खोलू तोह चेहरा माँ का हो,आँखे बंद हो
तो सपना माँ का हो,में मर भी जाऊ तोह कोई गम
नहीं बस कफ़न मिले तोह दुपट्टा मेरी माँ का हो।
माँ तेरे दूध का हक़ मुझसे अदा क्या होगा,
तू है नाराज तो, खुश मुझसे खुदा क्या होगा..!!
ज़िन्दगी की पहली उस्ताद माँ ज़िन्दगी की
पहली दोस्त भी माँ ज़िन्दगी भी माँ क्योकि
ज़िन्दगी देने वाली भी माँ।
एक मुद्दत हुई मेरी मां नहीं सोई तबिश,
मैंने एक बार कहा था कि मुझे डर लगता है..!!
सब ने कहा अच्छे से जाना लेकिन मेरी माँ
ने कहा बेटा जल्दी घर बापस आना।सब ने कहा अच्छे से जाना लेकिन मेरी माँ
ने कहा बेटा जल्दी घर बापस आना।
न जाने क्यों आज के इंसान इस बात से अनजान हैं,
छोड़ देते हैं बुढ़ापे में जिसे वो माँ तो एक वरदान है..!!
Maa Shayari 2 Lines
दुनिया भाग रही है जन्नत पाने को
कोई बातये उन्हें माँ घर पर ही है।
किसी भी मुश्किल का अब किसी को हल नहीं मिलता,
शायद अब घर से कोई माँ के पैर छूकर नहीं निकलता..!!
मुझे माफ़ कर मेरे या खुदा झुक कर करू तेरा सजदा,
तुझसे भी पहले माँ मेरे लिए ना कर कभी मुझे माँ से जुदा..!!
प्यार करना कोई तुम से सीखे तुम ममता
की मूरत नहीं सब के दिल का टुकड़ा हो मेरी माँ।
हालातों के आगे जब साथ ना जुबान होती है,
पहचान लेती है खामोशी में हर दर्द वो सिर्फ माँ होती है..!!
माँ मुझ से नाराज़ न हुआ कर फिर मेरा
रब भी मेरी नहीं सुनता, i Love you maa.Maa Shayari In Hindi
इस दुनिया में जितने रिश्ते सारे झूठे बेहरूप,
एक माँ का रिश्ता सबसे अच्छा माँ है रब का रूप..!!
एक हस्ती है जो जान है मेरी जो जान से भी बढ़
कर शान हे मेरी रब हुक्म दे तो कर दू सज्दा उसे
क्यूँ की वो और कोई नही माँ है मेरी।
Love Maa Shayari
हैरान हो जाता हूँ मैं अक़्सर, देखकर खुदाओं के दर पे हुजूम,
माँ तेरी गोद में मुझे, जन्नत का एहसास होता है..!!
अपने माँ बाप की गुलामी करने वाला इंसान
दुनिया का सबसे बड़ा बादशाह होता है।
वो उजला हो के मैला हो या मँहगा हो के सस्ता हो,
ये माँ का सर है इस पे हर दुपट्टा मुस्कुराता है..!!
उसे है ईश्वर ने बनाया कुछ इस तरह कि
अपने दिल में किसी को भी दे दे वह जगह
बस थोड़ा सम्मान और आदर है मांगती
मेरी मां है सब कुछ जानती।
बलाएं आकर भी मेरी चौखट से लौट जाती हैं,
मेरी माँ की दुआएं भी कितना असर रखती हैं..!!
दम तोड़ देती है माँ – बाप की ममता जब
बच्चे कहते हैं की तुमने किया हमारे लिए।
कुछ लोग कहते है जन्नत से खूबसूरत कुछ भी नहीं,
शायद उन्होंने कभी अपनी माँ को खुल के मुस्कुराते हुए नहीं देखा होगा..!!
माँ बाप की वफादार बेटियां अक्सर
माँ – बाप की ख़ुशी क लिए इश्क़ में
बेवफा निकलती है।
जो मांगू वो दे दिया कर ऐ ज़िन्दगी,
तू बस मेरी माँ की तरह बन जा..!!
किसी भी मुश्किल का अब किसी को
हल नहीं मिलता शायद अब घर से कोई
माँ के पैर छूकर नहीं निकलता।
Hindi Maa Shayari with Images
घुटनों से रेंगते-रेंगते जब पैरों पर खड़ा हो गया,
माँ तेरी ममता की छाँव में जाने कब बड़ा हो गया..!!
तुझ में ही पूरा जीवन समाया है तेरे
उपकार है हम पर कुछ इस कदर
की तूने माँ का दर्जा पाया है।
सीधा साधा भोला भाला मैं ही सब से सच्चा हूँ
कितना भी हो जाऊं बड़ा माँ आज भी तेरा बच्चा हूँ..!!Maa Shayari In Hindi
कौन सी है वो चीज़ जो यहाँ नहीं मिलती,
सब कुछ मिल जाता है पर माँ नहीं मिलती।
सख्त राहों में भी आसान सफ़र लगता है,
ये मेरी माँ की दुआओं का असर लगता है..!!
जिस माँ – बाप की बाते आज तुम्हे चुभती है
देखना एक दिन उससे माँ बाप की ख़ामोशी
तुम्हे बहुत रुलायेगी।
तेरे क़दमों में ये सारा जहां होगा एक दिन
माँ के होठों पे तबस्सुम को सजाने वाले..!!
ऐ अँधेरे देख मुँह तेरा काला हो गया,
माँ ने आँखें खोल दी घर में उजाला हो गया।
जमाने ने इतने सितम दिए की रूह पर भी जख्म लग गया,
मां ने सर पर हाथ रख दिया तो मरहम लग गया..!!
एक मैडल माँ को भी मिलना चाहिए
उनकी लाइफ में कभी हॉलिडे नहीं होता।
दुआ है रब से वो शाम कभी ना आए,
जब माँ दूर मुझसे हो जाए..!!
अच्छी लड़किया खुद टूट जाती हैं मगर
अपने माँ बाप का गरूर नहीं टूटने देती।
हर घड़ी दौलत कमाने में इस तरह मशरूफ रहा मैं,
पास बैठी अनमोल मां को भूल गया मैं..!!
मुझे मौत से इतना डर नहीं लगता जितना डर
मुझे माँ के बिना इस दुनिया में लगता है।
मां तुम्हारे पास आता हूं तो सांसें भीग जाती है,
मोहब्बत इतनी मिलती है की आंखें भीग जाती है..!!
माँ तो माँ होती है उन्हें पता चल ही जाता है
के आँखे रोने से लाल है या सोने से।
इस तरह मेरे गुनाहों को वो धो देती है,
माँ बहुत ग़ुस्से में होती है तो रो देती है..!!
जब जब कागज पर लिखा मैने माँ का नाम
कलम भी अदब से बोल उठी हो गये चारो धाम।
Miss You Maa Shayari
पहाड़ो जैसे सदमे झेलती है उम्र भर लेकिन,
इक औलाद की तकलीफ़ से माँ टूट जाती है..!!
हर रिसते में मिलावट देखी है,
कच्चे रंगो की सजावट देखी है,
लेकिन सालों साल देखा है, माँ को
माँ ने अपने दर्द भरे खत में लिखा था,
सड़के पक्की है अब तो गाँव आया कर..!!
माँ की अजमत से अच्छा जाम क्या होगा,
माँ की खिदमत से अच्छा काम क्या होगा,
खुदा ने रख दी हो जिस के कदमो में जन्नत,
सोचो उसके सर का मुकाम क्या होगा।
दुआ मै मांग लू रब से फिर वही जगह मिले.
वही गोद मिले माँ का.
वही ममता मिले उस जहाँ का।
मुश्किल घड़ी में ना पैसा काम आया,
ना रिश्तेदार काम आये,
आँख बंद की तो सिर्फ मां याद आयी।
मांग लूँ यह मन्नत की फिर यही जहाँ मिले,
फिर वही गोद फिर वही माँ मिले..!!
उम्र भर खाली यूं ही मकान हमने रहने दिया,
तुम गए तो दूसरे को कभी यहां रहने ना दिया,
मैंने कल सब चाहतों की किताबे फाड़ दी,
सिर्फ एक कागज पर लिखा मां रहने दिया।
गिन लेती है दिन बगैर मेरे गुजारें हैं कितने,
भला कैसे कह दूं कि माँ अनपढ़ है मेरी..!!
कही हो जाये ना घर की मुसीबत लाल को मालूम,
छुपा कर तकलीफें तेरा मुस्कुराना याद आता है।
जब आये थे तुझे हम छोड़ कर परदेश मेरी माँ,
मुझे वो तेरा बहुत आंसू बहाना याद आता है।
कहीं भी चला जाऊं दिल बेचैन रहता है,
जब घर जाता हूं तो माँ के आंचल में ही सुकून मिलता है..!!
माँ से बड़कर कोई नाम क्या होगा
इस नाम का हमसे एहतराम क्या होगा
जिसके पैरों के नीचे जन्नत है
उसके सर का मक़ाम क्या होगा।
Pyari Maa Shyari DP
रूह के रिश्तो की यह गहराइयां तो देखिए,
चोट लगती है हमें और दर्द मां को होता है..!!
ठोकर न मार मुझे पत्थर नहीं हूँ मैं,
हैरत से न देख मुझे मंज़र नहीं हूँ मैं,
तेरी नज़रों में मेरी क़दर कुछ भी नहीं,
मेरी माँ से पूछ उसके लिए क्या नहीं हूँ मैं।
हर मंदिर, हर मस्जिद और हर चौखट पर माथा टेका,
दुआ तो तब कबूल हुई जब मां के पैरों में माथा टेका..!!Maa Shayari In Hindi
कौन सी है वो चीज़ जो यहाँ नहीं मिलती,
सब कुछ मिल जाता है पर माँ नहीं मिलती।
सख्त राहों में भी आसान सफर लगता है,
यह मेरी मां की दुआओं का असर लगता है..!!
मेरी मां की दुआओ में मुझे सुकून नजर आता है
मां के प्यार से ही मेरी जिंदगी में उजियारा है..!
दुनिया के सभी रिश्तो ने मिलकर
मुझे एक बात सिखाई.
माँ से बड़ा इस दुनिया में और कोई नहीं भाई।
रब से करू दुआ बार-बार
हर जन्म मिले मुझे माँ का प्यार
खुदा कबूल करे मेरी मन्नत
फिर से देना मुझे माँ के आंचल की जन्नत।
घुटनों से रेंगते-रेंगते जब
पैरों पर खड़ा हो गया,
माँ तेरी ममता की छाँव में,
जाने कब बड़ा हो गया।
कोई सरहद नहीं होती,
कोई गलियारा नहीं होता,
अगर मां की बीच होती,
तो बंटवारा नहीं होता।
माँ की दुआ इस दुनिया की सबसे बड़ी दौलत है.
जो समझा नहीं वो फ़क़ीर आज तक है
जज्बात माँ के संग माँ जिक्र तुम्हारा मेरे ख्यालों में,
मेरी ही अधूरी परछाई बनकर आता है,
बिना तुम्हारे मेरी शख्सियत को,
ज़िन्दगी का नज़राना भी नहीं देख पता है।
भगवान हर जगह नहीं हो सकते,
इसलिए उसने माँ बनायीं।
जब – जब कागज पर लिखा मैने माँ का नाम ,
कलम अदब से बोल उठी हो गये चारो धाम।
वह माँ ही है जिसके रहते,
जिंदगी में कोई गम नहीं होता,
दुनिया साथ दे या ना दे पर,
माँ का प्यार कभी कम नहीं होता।
👩👧👦 अभी ज़िंदा है माँ मेरी मुझे कुछ भी नहीं होगा
मैं जब घर से निकलता हूँ दुआएँ साथ चलती है | 🤱
हैरान हो जाता हूँ मैं अक़्सर,
देखकर खुदाओं के दर पे हुजूम,
माँ, तेरी गोद में मुझे,
जन्नत का एहसास होता है।
👩👧👦 किसी को घर मिला किसी के हिस्से दुकान आई
मैं घर में सब से छोटा था मेरे हिस्से में माँ आई | 🤱
भटकती हुई राहों की धूल था मैं
जब मां के चरणों को छुआ तो
चमकता हुआ सितारा बन गया।
👩👧👦 किसी भी मुश्किल का अब किसी को हल नहीं मिलता
शायद अब घर से कोई माँ के पैर छूकर नहीं निकलता | 🤱
खूबसूरती की इंतहा बेपनाह देखी
जब मैंने मुस्कराती हुई माँ देखी।
👩👧👦 सर पर जो हाथ फेरे तो हिम्मत मिल जाए
माँ एक बार मुस्कुरा दे तो जन्नत मिल जाए | 🤱
चलती फिरती आँखों से अज़ाँ देखी है,
मैंने जन्नत तो नहीं देखी है माँ देखी है।
👩👧👦 तेरे क़दमों में ये सारा जहां होगा एक दिन
माँ के होंटों पे तबस्सुम को सजाने वाले | 🤱
Maa Shayari In Hindi
घर🏫 में धन, दौलत💰, हीरे !!
जवाहरात 🧾सब 📞आए !!
लेकिन🖐️ जब घर 🏫में मां !!
आई 🤱तब खुशियां🤯 आई !!
है एक कर्ज़ जो हर दम सवार रहता है,
वो माँ का प्यार है, सब पर उधार रहता है।Maa Shayari In Hindi
ना आसमां 🌌होता ना जमीं 🏞️होती !!
अगर 🌋मां तुम ना 🌅होती !!
एक मुद्दत से मेरी माँ नहीं सोई…
मैंने इक बार कहा था मुझे डर लगता है।
माँँ😚 की बूढी आंखों👁️ को अब !!
कुछ दिखाई 🧑🔬नहीं देता !!
लेकिन♥️ वर्षों बाद भी 😎आंखों !!
में लिखा✍️ हर एक अरमान पढ़😴 लिया !!
उसके चहरे पे न कभी थकावट देखी है,
न ममता में कभी मिलावट देखी है।
जिसके 😘होने से मैं खुद 🥺को !!
मुक्कम्मल 🖐️मानता🤱 हूँ !!
में खुदा🙏 से पहले🤱 मेरी !!
माँ 👩❤️💋👩को जानता हूँ !!
miss u maa shayari in hindi
गिन लेती है दिन बगैर मेरे गुजारें हैं कितने
भला कैसे कह दूं कि माँ अनपढ़ है मेरी
इस दुनिया में जितने रिश्ते, सारे झूठे बेहरूप,
एक माँ का रिश्ता सबसे अच्छा, माँ है रब का रूप।
रूह के रिश्तों की ये गहराइयाँ तो देखिये,
चोट लगती है हमें और तड़पती है माँ,
हम खुशियों में माँ को भले ही भूल जायें,
जब मुसीबत आती है तो याद आती है माँ।
मुझे माफ़ 🙏कर मेरे या🤗 खुदा !!
झुक🔴 कर करू तेरा🤯 सजदा !!
तुझसे भी 🙍पहले माँ 🤱मेरे लिए !!
ना 🧑🍼कर कभी मुझे माँ से 👩❤️💋👩जुदा !!
शायद यूँही सिमट सकें घर की ज़रूरतें,
‘तनवीर’ माँ के हाथ में अपनी कमाई दे।
चलती 🏃फिरती👁️ आंखों !!
से अजां 👀देखी है !!
मैंने🙍 जन्नत तो नहीं 👁️देखी !!
लेकिन मां 🤱देखी है !!
भीड़ में भी सीने से लगा के दूध पिला देती है,
बच्चा अगर भूखा हो तो माँ शर्म को भुला देती है।
Maa Shayari In Hindi
दुआ है रब से वो शाम कभी ना आये
जब माँ दूर मुझसे हो जाये
राह दिखाऊंगा उजालों में कभी चमकूंगा अंधेरों में
मुझे पहचानों ना पहचानों मैं चोला बदलता रहुँगा..
सख्त राहों में भी आसान सफ़र लगता है,
ये मेरी माँ की दुआओं का असर लगता है |
माँ को मुस्कुराता हुए ध्यान से देखना
भगवान मुस्कुराते हुए नजर आएंगे
इस तरह मेरे गुनाहों को वो धो देती है,
माँ बहुत ग़ुस्से में होती है तो रो देती है।
माँ हर लम्हे की सुरक्षा है,
माँ ही जीवन के सुख-दुख का सच्चा साथी है।
कुछ नहीं होगा तो आँचल में छुपा लेगी मुझे
माँ कभी सर पे खुली छत नहीं रहने देगी
दुआएँ माँ की पहुँचाने को मीलों मील जाती हैं
कि जब परदेस जाने के लिए बेटा निकलता है
खाने की चीज़ें माँ ने जो भेजी हैं गाँव से
बासी भी हो गई हैं तो लज़्ज़त वही रही
मैंने कल शब चाहतों की सब किताबें फाड़ दीं
सिर्फ़ इक काग़ज़ पे लिक्खा लफ़्ज़—ए—माँ रहने दिया
बुज़ुर्गों का मेरे दिल से अभी तक डर नहीं जाता
कि जब तक जागती रहती है माँ मैं घर नहीं जाता
मेरे चेहरे पे ममता की फ़रावानी चमकती है
मैं बूढ़ा हो रहा हूँ फिर भी पेशानी चमकती है
ये ऐसा क़र्ज़ है जो मैं अदा कर ही नहीं सकता,
मैं जब तक घर न लौटूं, मेरी माँ सज़दे में रहती है
पहले ये काम बड़े प्यार से माँ करती थी,
अब हमें धुप जगाती है तो दुःख होता है !
हो चाहे जिस इलाक़े की ज़बाँ बच्चे समझते हैं
सगी है या कि सौतेली है माँ बच्चे समझते हैं
भेजे गए फ़रिश्ते हमारे बचाव को
जब हादसात माँ की दुआ से उलझ पड़े
देख ले ज़ालिम शिकारी ! माँ की ममता देख ले
देख ले चिड़िया तेरे दाने तलक तो आ गई
कभी-कभी मुझे यूँ भी अज़ाँ बुलाती है
शरीर बच्चे को जिस तरह माँ बुलाती है
शायद यूँही सिमट सकें घर की ज़रूरतें
‘तनवीर’ माँ के हाथ में अपनी कमाई दे
इस लिए चल न सका कोई भी ख़ंजर मुझ पर
मेरी शह-रग पे मेरी माँ की दुआ रक्खी थी
कदम जब चूम ले मंज़िल तो जज़्बा मुस्कुराता है
दुआ लेकर चलो माँ की तो रस्ता मुस्कुराता है
सुहब उठते ही जब मैँ चूमता हूँ माँ की आँखोँ को
ख़ुदा के साथ उसका हर फरिश्ता मुस्कुराता है
माँ मुझे देख के नाराज़ न हो जाए कहीं
सर पे आँचल नहीं होता है तो डर होता है
माँ ने लिखा है ख़त में जहाँ जाओ ख़ुश रहो
मुझ को भले न याद करो घर न भूलना
सामने माँ के जो होता हूँ तो अल्लाह अल्लाह
मुझ को महसूस ये होता है कि बच्चा हूँ अभी
वो लम्हा जब मिरे बच्चे ने माँ पुकारा मुझे
मैं एक शाख़ से कितना घना दरख़्त हुई
मैं रोया परदेस में भीगा माँ का प्यार
दुख ने दुख से बात की बिन चिट्ठी बिन तार
बीवी, बेटी, बहन, पड़ोसन, थोड़ी थोड़ी सब में
दिन भर इक रस्सी के ऊपर, चलती नटनी जैसी माँ
नींद भी भला इन आँखों में कहाँ आती है
एक अर्से से मैंने अपनी माँ को नहीं देखा
गरीब हुई तो क्या, माँ फिर भी उसका ख्याल रखती है
बेटे के लिए रोटी का टुकड़ा, खुद के लिए पतीले की खुरचन रखती है
हवा दुखों की जब आई कभी ख़िज़ाँ की तरह
मुझे छुपा लिया मिट्टी ने मेरी माँ की तरह
जन्नत का हर लम्हा, दीदार किया था
गोद मे उठाकर जब मॉ ने प्यार किया था
किसी का दिल तोडना आज तक नही आया मुझे
प्यार करना जो अपनी माँ से सीखा है मैंने
जब एक रोटी के चार टुकड़े हों और खाने वाले पाँच..
तब मुझे भूख नहीं है ऐसा कहने वाली इंसान है – माँ !
हजारो 🤔 गम हो फिर भी मै 🤗 खुशी से फूल जाता 💥 हूँ !!
जब 🤔 हंसती है मेरी माँ, 🤔 मै हर गम भूल 🤓 जाता हूँ !!
प्यारी माँ मुझको तुझसे दुआ चाहिए,
तेरे आँचल की ठंडी-ठंडी हवा चाहिए|
न अपनों से खुलता है, न गैरो से खुलता है, ये
जन्नत का दरवाजा है, माँ के पैरो से खुलता है!!
कौन सी है वो चीज़ जो यहाँ नहीं मिलती,
सब कुछ मिल जाता है पर माँ नहीं मिलती।
जब 🤔 जब कागज पर लिखा मैने 💥 माँ का नाम !!
कलम 🤔 अदब से बोल 🤗 उठी हो गये चारो 💕 धाम !!
आँखों से माँगने लगे पानी वज़ू का हम,
काग़ज़ पे जब भी देख लिया माँ लिखा हुआ।
Meri Màà👩👦 काDíl💓 बहुत बड़ा था ,
इतना बड़ा ki उसमे सबके दुःख àür खुशियाँ समां जाती थी…
लिखूं मा पर “पंक्तियां” उसने अपनी जीवन
की किताब जलाकर मेरे लिए पन्ने लिखे है
मेरी ख्वाहिश है की मैं फिर से फरिश्ता हो जाऊँ,
माँ से इस तरह लिपटूँ की बच्चा हो जाऊँ।
रुखसत घर से करती है वो लाख दुआएं देकर,
मान के दिल में मोहब्बत अपने जैसी रखती है|
जन्नत काहर लम्हा दीदार किया था ,
Màà💓 तूने गोद मे उठा कर जब प्यार किया था !
जानती होगी दुनिया मुझे, मगर इतना कहाँ जानती है!
मैं हूँ क्या असल में? यह तो बस एक मेरी माँ जानती है
मैं रात भर जन्नत की सैर करता रहा यारों
सुबह आँख खुली तो देखा मेरा सर माँ के कदमों में था
तेरी डिब्बे की वो दो रोटिया कही बिकती नहीं
माँ, महंगे होटलों में आज भी भूख मिटती नहीं
यूं ही नहीं गूंजती किल्कारीयां घर आँगन के हर कोने में
जान हथेली पर रखनी पड़ती है ‘माँ’ को ‘माँ’ होने में
अपनी माँ को कभी न देखूँ तो चैन नहीं आता है
दिल न जाने क्यों माँ का नाम लेते ही बहल जाता है
माँ की दुआ कभी खली नहीं जाती
माँ की बद्दुआ कभी टाली नहीं जाती।
इस जालिम दुनिया से कैसे लड़ना..
माँ ही तो सिखाती है हमें चलना..
जब जब कागज पर लिखा, मैने “माँ” का नाम,
कलम अदब से बोल उठी, हो गये चारो धाम।
हजारों गम हों फिर भी मैं ख़ुशी से फूल जाता हूँ,
जब हंसती है मेरी माँ मैं हर गम भूल जाता हूँ |
आशा करता हूं भगवान से की वो शाम कभी न आए,
मेरी जिंदगी में, की मेरी मां मुझसे दूर हो जाए।
हर कोशिश को भगवान सफल कर देता है,
और मेरी मां का होना मुझे मुक्क्मबल कर देता है।
दूसरो के जाता हूं तो अनजान हो जाता हूं,
और जब घर मां न हो तो अपने घर में मेहमान हो जाता हूं।
जब रोटी एक हो और बच्चा और खुद भूखी हो तो सिर्फ वो ही कहती हैं,
की मुझे भूख नही ये तुम ही खाओ वो सिर्फ मां है।
जिन्दगी की पहली उस्ताद भी मां, जिंदगी की पहली गुरु भी मां,
जिंदगी भी मां, क्योंकि जिंदगी देने वाली भी मां हैं।
मेरी जिंदगी में खुशियों का आना बाकी है,
क्योंकि मेरी मां की दुआ का असर अभी बाकी है।
चलती फिरती आंखो से मेने दुनियां देखी है,
मेने जन्नत तो नहीं देखी लेकिन मां जरूर देखी है।
पहाड़ों जितने बड़े सदमे को झेल सकती हैं मां,
लेकिन अपनी ओलाद के छोटी सी समस्या से टूट जाती हैं मां।
कोई दुआ, दवा असर नहीं करती, जब तक उसकी नजर हम पर नहीं रहती,
हम चाहे उसकी खबर रखें या नहीं रखें, लेकिन वो कभी हमसे बेखबर नहीं रहती।
काले बादलों की तरह मुसीबतों ने मुझे घेर लिया,
जब कोई राह नजर नहीं आई तो मुझे मां याद आई।
किसी भी मुसीबत का कोई हल नहीं निकलता,
शायद अब घर से कोई मां के पैर छू कर नहीं निकलता।
किसी को घर मिला, किसी को दुकान मिली,
मे घर मे सबसे छोटा था, मेरे हिस्से मे मेरी मां आई।
हालत हमारे बुरे थे मगर अमीर बनाकर रखती थी,
हम गरीब थे बस ये केवल मेरी मां जानती थी।
बुलंदियों के हर निशान को छुआ,
जब मां ने गोद में उठाया तो आसमान को छुआ।
सारी रौनक देख ली दुनिया की,
मगर जो सकून तेरे पहलू में है माँ वो और कहीं नहीं है।
वो शिर पर हाथ रखे तो हिम्मत मिल जाए,
और एक बार गले लगाकर मुस्करा दे तो जन्नत मिल जाए।
माँ जीवन का हार होती है,
नन्हे से जीवन का श्रींगार होती है।
मैंने मेरे जीवन में कभी जन्नत नहीं देखी
पर जन्नत के सम्मान माँ को देखी है।
माँ कई बार मेरे लिए सब से लड़ी है,
माँ ही जीवन को जोडकर रखने वाली कड़ी है।
माँ के लिए प्रभु से मन्नत है,
मेरी माँ की गोदी मेरे लिए जन्नत है।
इस जीवन में मुझे बहुत प्यार मिला,
क्योकि भगवान रूपी माँ का अवतार मिला।
सीधा-साधा, भोला मै ही सबसे अच्छा हूँ
कितने भी बड़ा हो जाऊ माँ के लिए तो बच्चा हूँ।
एक नहीं सातो जीवन कुर्बान,
माँ मेरा सबसे बड़ा भगवान।
जन्नत माँ के पैरो में है स्पर्श कर सको तो कर लो,
मंदिरों में भटकने से क्या फायदा पूजा या भी कर लो।
मेरी माँ वो हस्ती है,
जिसके चरणों में जन्नत बस्ती है।
माँ टूटी हुई दीवार जोड़ देती है,
अपनों के लिए संसार छोड़ देती है।
जिसके पास माँ का प्यार होता है,
उसके लिए हर मौसम बहार होता है।
मेरी तक़दीर में एक भी गम ना होता
अगर तक़दीर लिखने का हक़ मेरी माँ को होता
प्यार की बात भले ही करता हो जमाना
मगर प्यार आज भी “माँ “से शुरू होता हैं
कौन सी है वो चीज़ जो यहाँ नहीं मिलती
सब कुछ मिल जाता है लेकिन “माँ” नहीं मिलती
जिस के होने से मैं खुदको मुक्कम्मल मानता हूँ
मेरे रब के बाद मैं बस अपनी माँ को जानता हूँ
किसी का दिल तोडना आज तक नही आया मुझे
प्यार करना जो अपनी माँ से सीखा है मैंने
जन्नत का हर लम्हा, दीदार किया था
गोद मे उठाकर जब मॉ ने प्यार किया था
हवा दुखों की जब आई कभी ख़िज़ाँ की तरह
मुझे छुपा लिया मिट्टी ने मेरी माँ की तरह
मुझे मोहब्बत है अपने हाथ की सब उंगलियों से ,
ना जाने कैसे पकड़ कर मां ने मुझे चलना सिखाया है।
“इस दुनियाँ में माता पिता का कर्ज सबसे बड़ा होता है,
जिसे कभी उतारा नहीं जा सकता।”
किसी को घर मिला भाग्य मे या कोई दुकान आई,
मै परिवार मे सभी से छोटा था मेरें भाग्य में माँ आई।
किसी के हिस्से मे धन-दौलत आया, तो किसी के कार आई
मै घर मे छोटा था , इसलिये हिस्से मे माँ आई
मां के बीना जीवन का कोई अर्थ नही,
अर्ताथ मां के बीना जीवन अर्थहीन है। मां ही सबकुछ है।
ख़ुदा ने ये सिफ़त दुनिया की हर औरत को बख्शी है,
कि वो पागल भी हो जाए तो बेटे याद रहते है।।
चलती फिरती आँखों से अज़ाँ देखी है,
मैंने जन्नत तो नहीं देखी है माँ देखी है।
उमर भर तेरी मोहब्बत मेरी खिदमतगार रही माँ,
मैं तेरी खिदमत के काबिल जब हुआ तू चली गयी माँ।
भीड़ में भी सीने से लगा
के दूध पिला देती है
बच्चा अगर भूखा हो तो
माँ शर्म को भुला देती है।
मेरी हर कोशिश को
खुदा सफल कर देता है
मेरी माँ का होना मुझे
मुकम्मल कर देता है।
अगर हम शब्द है
तो वो पूरी भाषा है
माँ की बस यही
परिभाषा है।
क्यो बोज हों जातें है वो
झुके हुए कधे साहिब ,
जिन पर चढ़ कर तुम
जहाँ देखा करते थें…..!!
भीड़ में भी सीने से लगा के दूध पिला देती है,
बच्चा अगर भूखा हो तो माँ शर्म को भुला देती है।
मेरी आँखों से पढ़कर वो मुझे जान लेती है,
इक माँ ही तो हैं जो मुझसे पहले मुझे पहचान लेती है।
ज़िन्दगी की पहली उस्ताद माँ,
ज़िन्दगी की पहली दोस्त भी माँ,
ज़िन्दगी भी माँ, क्योकि ज़िन्दगी देने वाली भी माँ।
मुझे मौत से इतना दर नहीं लगता,
जितना दर मुझे माँ के बिना इस दुनिया में लगता है।
सर पर जो हाथ फेरे तो हिम्मत मिल जाये,
माँ एक बार मुस्कुरा दे तो जन्नत मिल जाये।
ऐ अँधेरे देख मुँह तेरा काला हो गया,
माँ ने आँखें खोल दी घर में उजाला हो गया।
रात इतनी गहरी नीद आई की बर्षो की थकान मिट गयी
माँ की गोद में वो रात बहुत जल्दी बीत गयी
जन्नत का हर लम्हा,आँखों से दीदार किया था,
जब गोद में उठाकर माँ ने मुझे प्यार किया था।
वो डांट डांट कर खाना खिलाना याद आता है,
मेरे वास्ते तेरा पैसा बचाना याद आता है।
मां वो सितारा है जिसकी गोद में जाने के लिए हर कोई तरसता है,
जो मां को नहीं पूछते वो जिंदगी भर जन्नत को तरसता है।
खूबसूरती की इंतहा बेपनाह देखी,
जब मैंने मुस्कराती हुई माँ देखी।
कोई सरहद नहीं होती, कोई गलियारा नहीं होता,
अगर मां की बीच होती, तो बंटवारा नहीं होता।
हर गली, हर शहर, हर देश-विदेश देखा,
लेकिन मां तेरे जैसा प्यार कहीं नहीं देखा।
माँ खुद भूखी होती है, मुझे खिलाती है,
खुद दुःखी होती है, मुझे चैन की नींद सुलाती है।
रब से करू दुआ बार-बार, हर जन्म मिले मुझे माँ का प्यार,
खुदा कबूल करे मेरी मन्नत, फिर से देना मुझे माँ के आंचल की जन्नत।
माँ कर देती है पर गिनाती नहीं है,
वो सह लेती है पर सुनाती नहीं है।
आँसू निकले परदेस में भीगा माँ का प्यार,
दुख ने दुख से बात की बिन चिट्ठी बिन तार।
भारी बोझ पहाड़ सा कुछ हल्का हो जाए,
जब मेरी चिंता बढ़े माँ सपने में आए।
यूं ही नहीं समझ जाती वो, बिन कहे वो दर्द मेरा,
उनकी कोख ही तो थी , पहला घर मेरा।
हर रिश्ते में हमने मिलावट देखी, कच्चे रंगो की सजावट देखी,
लेकिन माँ के चहेरे पर न थकान देखी, ना कभी ममता में मिलावट देखी।
वो माँ ही होती हे जिसके होते, हमारी ज़िन्दगी में कोई ग़म नहीं होता,
दुनिया चाहे साथ दे या न दे, लेकिन माँ का प्यार कभी कम नहीं होता।
मेरे चहेरे की हकीकत ये दुनिया कहा जानती है,
में कल रात परेशान था, ये बात सिर्फ मेरी माँ जानती है।
माँ जब भी दुआए मेरे नाम करती है,
तो रास्ते की ठोकरे भी मुझे सलाम करती हैं।
उसके रहते जीवन में कोई गम नहीं होता,
दुनिया साथ दे ना दे पर माँ का साथ कभी कम नहीं होता।
लबो पर उसके कभी बद्दुआ नहीं होती,
एक माँ ही है जो कभी खफा नहीं होती।
ज़मीन से उठाकर आसमान तक पहुंचाया,
मेरी माँ थी वो जिसने मुझे चलना सिखाया।
बहुत बुरा हो फिर भी उसको बहुत भला कहती है,
अपना गंदा बच्चा भी माँ दूध का धुला कहती है।
मुझे बस इस लिए अच्छी बहार लगती है,
कि ये भी माँ की तरह ख़ुशगवार लगती है।
Maa Shayari In Hindi
कदम जब चूमले मंज़िल तो जज़्बा मुस्कुराता है,
दुआ लेकर चलो माँ की तो रस्ता मुस्कुराता है।
है एक कर्ज़ जो हर दम सवार रहता है,
वो माँ का प्यार है सब पर उधार रहता है।
बचपन की ये दो बातें अक्सर याद आती है,
सुलाने के लिए दादा दादी की लोरी,
और सोने के लिए मेरी माँ की गोदी।
माँ को याद कर लेता हूँ, जब भी खुद को अकेला पाता हूँ,
सामने से ना सही, यादों में ही माँ का प्यार पा लेता हूँ।
माँ मैंने सब कुछ अनसुना कर दिया,
उस दिन से जिस दिन से तेरी लोरी जैसी,
आवाज़ ने मेरे कानों में पड़ना बंद कर दिया।
उस दिन से मैं दूर हो गया खाने के स्वाद से,
जिस दिन से नहीं खाया खाना मैंने अपनी माँ के हाथ से।
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तो दोस्तों कैसी लगी आपको यह Maa Shayari In Hindi मुझे आशा कि आपको यह Miss You Maa Shayari आपको बहुत ही पसंद आयी होगी।
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