Bhagawat Geeta Quotes In Hindi – इस Post में हम पढेंगे Bhagawat Geeta Quotes In Hindi जिसमे आप पढ़ेंगे एक से बढ़कर एक Shrimad Bhagwat Geeta Quotes जो आपको बहुत ही पसंद आने वाला हैं।
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Bhagwat Geeta Quotes In Hindi
नरक के तीन द्वार होते है, वासना, क्रोध और लालच।।
परमात्मा को प्राप्ति के इच्छुक ब्रम्हचर्य का पालन करते है।।
एक ज्ञानवान व्यक्ति कभी भी कामुक सुख में आनंद नहीं लेता।।
कोई भी इंसान जन्म से नहीं बल्कि अपने कर्मो से महान बनता है।।
प्रबुद्ध व्यक्ति के लिए, गंदगी का ढेर, पत्थर और सोना सभी समान हैं।।
कर्म मुझे बांधता नहीं, क्योंकि मुझे कर्म के प्रतिफल की कोई इच्छा नहीं।।
जिस प्रकार अग्नि स्वर्ण को परखती है,
उसी प्रकार संकट वीर पुरुषों को।।Bhagawat Geeta Quotes In Hindi
समय से पहले और भाग्य से अधिक कभी किसी को कुछ नही मिलता है।।
कर्म के बिना फल की अभिलाषा करना, व्यक्ति की सबसे बड़ी मूर्खता है।।
Shrimad Bhagwat Geeta Quotes
यह सृष्टि कर्म क्षेत्र है, बिना कर्म किये यहाँ कुछ भी हासिल नहीं हो सकता।।
जो मन को नियंत्रित नहीं करते उनके लिए वह शत्रु के समान कार्य करता है।।
जो दान बिना सत्कार के कुपात्र को दिया जाता है वह तमस दान कहलाता है।।
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अपने अनिवार्य कार्य करो, क्योंकि वास्तव में कार्य करना निष्क्रियता से बेहतर है।।
सदैव संदेह करने वाले व्यक्ति के लिए प्रसन्नता ना इस लोक में है ना ही कहीं और।।
फल की अभिलाषा छोड़कर कर्म करने वाला पुरुष ही अपने जीवन को सफल बनाता है।।
जो हुआ वह अच्छा हुआ, जो हो रहा है वह अच्छा हो रहा है, जो होगा वो भी अच्छा ही होगा।।
मेरा तेरा, छोटा बड़ा, अपना पराया, मन से मिटा दो, फिर सब तुम्हारा है और तुम सबके हो।।
मन की गतिविधियों, होश, श्वास, और भावनाओं के माध्यम से भगवान की शक्ति सदा तुम्हारे साथ है।।
धरती पर जिस प्रकार मौसम में बदलाव आता है, उसी प्रकार जीवन में भी सुख-दुख आता जाता रहता है।।
लोग आपके अपमान के बारे में हमेशा बात करेंगे। सम्मानित व्यक्ति के लिए, अपमान मृत्यु से भी बदतर है।।
आत्म-ज्ञान की तलवार से अपने ह्रदय से अज्ञान के संदेह को काटकर अलग कर दो। उठो, अनुशाषित रहो।।
सफलता जिस ताले में बंद रहती है वह दो चाबियों से खुलती है। एक कठिन परिश्रम और दूसरा दृढ संकल्प ।।
मैं भूतकाल, वर्तमान और भविष्य काल के सभी जीवों को जानता हूं, लेकिन वास्तविकता में मुझे कोई नही जानता है।। Karma Bhagwat Geeta Quotes
जो दान कर्तव्य समझकर, बिना किसी संकोच के, किसी जरूरतमंद व्यक्ति को दिया जाए, वह सात्विक माना जाता है।।
कर्म करो, फल की चिंता मत करो।।
फल की लालसा छोड़कर कर्म करने वाला पुरुष ही अपने जीवन को सफल बनाता है।।
जो मनुष्य कर्म में अकर्म और अकर्म में कर्म देखता है, वह सभी मनुष्यों में बुद्धिमान है और सब प्रकार के कर्मों में प्रवृत्त रहकर भी दिव्य स्थिति में रहता है।।
अपने अपने कर्म के गुणों का पालन करते हुए प्रत्येक व्यक्ति सिद्ध हो सकता है।।
यज्ञ, दान और तपस्या के कर्मों को कभी त्यागना नहीं चाहिए, उन्हें हमेशा सम्पत्र करना चाहिए।।
जो पुरुष न तो कर्मफल की इच्छा करता है, और न कर्मफलों से घृणा करता है, वह संन्यासी जाना जाता है।।
मनुष्य जो चाहे बन सकता है, अगर वह विश्वास के साथ इच्छित वस्तु पर लगातार चिंतन करें तो।।
मेरा तेरा, छोटा बड़ा, अपना पराया, मन से मिटा दो,फिर सब तुम्हारा है और तुम सबके हो।।Bhagawat Geeta Quotes In Hindi
जो हुआ वह अच्छा हुआ, जो हो रहा है वह अच्छा हो रहा है, जो होगा वो भी अच्छा ही होगा।।
अगर कोई प्रेम और भक्ति के साथ मुझे पत्र, फूल, फल या जल प्रदान करता है, तो मैं उसे स्वीकार करता हूँ।।
Shrimad Bhagwat Geeta Quotes In Hindi
जिसने मन को जीत लिया है उसके लिए मन सबसे अच्छा मित्र है, लेकिन जो ऐसा नहीं कर पाया उसके लिए मन सबसे बड़ा दुश्मन बना रहेगा।।
मैं ही लक्ष्य, पालनकर्ता, स्वामी, साक्षी, धाम, शरणस्थली तथा अत्यंत प्रिय मित्र हूँ। मैं सृष्टि तथा ब्रह्माण्ड, सबका आधार, आश्रय तथा अविनाशी बीज भी हूँ।।
जब भी और जहाँ भी अधर्म बढ़ेगा। तब मैं धर्म की स्थापना हेतु, अवतार लेता रहूँगा।।
भक्तों का उद्धार करने, दुष्टों का विनाश करने तथा धर्म की फिर से स्थापना करने के लिए मैं हर युग में प्रकट होता हूँ।।
जो लोग निरंतर भाव से मेरी पूजा करते है, उनकी जो आवश्यकताएँ होती है, उन्हें मैं पूरा करता हूँ और जो कुछ उनके पास है, उसकी रक्षा करता हूँ।।
हे अर्जुन! मैं वह काम हूँ, जो धर्म के विरुद्ध नहीं है।।
हे अर्जुन! जो मेरे आविर्भाव के सत्य को समझ लेता है, वह इस शरीर को छोड़ने पर इस भौतिक संसार में पुनर्जन्म नहीं लेता, अपितु मेरे धाम को प्राप्त होता है।।
हे पार्थ! जिस भाव से सारे लोग मेरी शरण ग्रहण करते है, उसी के अनुरूप मैं उन्हें फल देता हूँ।।
हे अर्जुन! धन और स्त्री सब नाश रूप है। मेरी भक्ति का नाश नहीं है।।
निर्बलता अवश्य ईश्वर देता है किन्तु मर्यादा मनुष्य का मन ही निर्मित करता है।।
डर धारण करने से भविष्य के दुख का निवारण नहीं होता है। डर केवल आने वाले दुख की कल्पना ही है।।
Krishna Bhagwat Geeta Quotes
हे कुन्तीपुत्र! मैं जल का स्वाद हूँ, सूर्य तथा चन्द्रमा का प्रकाश हूँ, वैदिक मन्त्रों में ओंकार हूँ, आकाश में ध्वनि हूँ तथा मनुष्य में सामर्थ्य हूँ।।
अनेक जन्म के बाद जिसे सचमुच ज्ञान होता है, वह मुझको समस्त कारणों का कारण जानकर मेरी शरण में आता है। ऐसा महात्मा अत्यंत दुर्लभ होते।।
हे अर्जुन! श्रीभगवान होने के नाते मैं जो कुछ भूतकाल में घटित हो चुका है, जो वर्तमान में घटित हो रहा है और जो आगे होने वाला है, वह सब कुछ जानता हूँ। मैं समस्त जीवों को भी जानता हूँ, किन्तु मुझे कोई नहीं जानता।।
जो व्यक्ति निरन्तर और अविचलित भाव से भगवान के रूप में मेरा स्मरण करता है। वह मुझको अवश्य ही पा लेता है।।
जो लोग ह्रदय को नियंत्रित नही करते है,उनके लिए वह शत्रु के समान काम करता है।।Bhagawat Geeta Quotes In Hindi
जो सब प्राणियों के दुख-सुख को अपने दुख-सुख के समान समझता है और सबको समभाव से देखता है, वही श्रेष्ठ योगी है।।
हे अर्जुन! क्रोध से भ्रम पैदा होता है, भ्रम से बुद्धि व्यग्र होती है, जब बुद्धि व्यग्र होती है, तब तर्क नष्ट हो जाता है, जब तर्क नष्ट होता है तब व्यक्ति का पतन हो जाता है।।
प्रत्येक बुद्धिमान व्यक्ति को क्रोध और लोभ त्याग देना चाहिए क्योंकि इससे आत्मा का पतन होता है।।
जिसने जन्म लिया है उसकी मृत्यु निश्चित है और मृत्यु के पश्चात् पुनर्जन्म भी निश्चित है।।
जो लोग भक्ति में श्रद्धा नहीं रखते, वे मुझे पा नहीं सकते। अतः वे इस दुनिया में जन्म-मृत्यु के रास्ते पर वापस आते रहते हैं।।
हे अर्जुन! मैं ही गर्मी प्रदान करता हूँ और बारिश को लाता और रोकता हूँ। मैं अमर हूँ और साक्षात् मृत्यु भी हूँ। आत्मा तथा पदार्थ दोनों मुझ ही में हैं।।
मनुष्य को परिणाम की चिंता किए बिना लोभ- लालच और निस्वार्थ और निष्पक्ष होकर अपने कर्तव्यों का पालन करना चाहिए।।
Inspirational Bhagwat Geeta Quotes In Hindi
मानव कल्याण ही भगवत गीता का प्रमुख उद्देश्य है, इसलिए मनुष्य को अपने कर्तव्यों का पालन करते समय मानव कल्याण को प्राथमिकता देना चाहिए।।
मनुष्य को जीवन की चुनौतियों से भागना नहीं चाहिए और न ही भाग्य और ईश्वर की इच्छा जैसे बहानों का प्रयोग करना चाहिए।।
परिवर्तन ही संसार का नियम है, एक पल में हम करोड़ों के मालिक हो जाते है और दुसरे पल ही हमें लगता लगता है की हमारे आप कुछ भी नही है।।
अपने आपको भगवान के प्रति समर्पित कर दो, यही सबसे बड़ा सहारा है, जो कोई भी इस सहारे को पहचान गया है वह डर, चिंता और दुखो से आजाद रहता है।।
न तो यह शरीर तुम्हारा है और न ही तुम इस शरीर के मालिक हो, यह शरीर 5 तत्वों से बना है – आग, जल, वायु, पृथ्वी और आकाश, एक दिन यह शरीर इन्ही 5 तत्वों में विलीन हो जाएगा।।
कोई भी इंसान जन्म से नहीं बल्कि अपने कर्मो से महान बनता है।।
जब इंसान अपने काम में आनंद खोज लेते हैं तब वे पूर्णता प्राप्त करते है।।
तुम क्यों व्यर्थ में चिंता करते हो ? तुम क्यों भयभीत होते हो ? कौन तुम्हे मार सकता है ? आत्मा न कभी जन्म लेती है और न ही इसे कोई मार सकता है, ये ही जीवन का अंतिम सत्य है।।
हे अर्जुन, मैं धरती का मधुर सुगंध हूँ, मैं अग्नि की ऊष्मा हूँ, सभी जीवित प्राणियों का जीवन और सन्यासियों का आत्मसंयम भी मैं ही हूँ।।
.मन की गतिविधियों, होश, श्वास, और भावनाओं के माध्यम से भगवान की शक्ति सदा तुम्हारे साथ है।।
हे अर्जुन! प्रबुद्ध व्यक्ति के लिए, गंदगी का ढेर, पत्थर, और सोना सभी समान है।।
Shri Krishna Bhagwat Geeta Quotes
हे अर्जुन, बुद्धिमान व्यक्ति को समाज कल्याण के लिए बिना आसक्ति के काम करना चाहिए।।
जो हुआ वह अच्छे के लिए हुआ है
जो हो रहा है वह भी अच्छे के लिए ही हो रहा है
और जो होगा वह भी अच्छे के लिए ही होगा !!
ज्ञानी व्यक्ति को कर्म के प्रतिफल की
अपेक्षा कर रहे अज्ञानी व्यक्ति के
दीमाग को अस्थिर नहीं करना चाहिए।।
कर्म मुझे बांधता नहीं क्योंकि मुझे
कर्म के प्रतिफल की कोई इच्छा नहीं !!
उससे मत डरो जो वास्तविक नहीं है
ना कभी था ना कभी होगा
जो वास्तविक है वो हमेशा था
और उसे कभी नष्ट नहीं किया जा सकता।।
मै धरती की मुधुर सुगंध हूँ मै अग्रि की ऊष्मा हूँ
सभी जीवित प्राणियो का जीवन और सन्यासियो
का आत्मसंयम भी मै ही हूँ !!
एक ज्ञानवान व्यक्ति कभी भी
कामुक सुख में आनंद नहीं लेता है।।
हे अर्जन ! हम दोनो ने कई जन्म
लिए है मुझे याद है , लेकिन तुम्हे नही ।।
आत्मा को शस्त्र काट नहीं सकते और न
अग्नि इसे जला सकती है जल इसे गीला
नहीं कर सकता और वायु इसे सुखा नहीं सकती।।Bhagawat Geeta Quotes In Hindi
जो दान कर्तव्य समझकर, बिना किसी संकोच के,
किसी जरूरतमंद व्यक्ति को दिया जाए,
वह सात्विक माना जाता है।।
जब तुम्हारा बुद्धि विभिन्न प्रकार के वचनो को
सुनकर विचलित न हो तथा नित्य परमात्मा मे
स्थिर हो जायेगी , तभी तुम्हे योग की प्राप्ति होगी ।।
Positive Thinking Inspirational Bhagwat Geeta Quotes In Hindi
जीवन न तो भविष्य में है, न अतीत में है,
जीवन तो बस इस पल में है।।
ईश्वर, ब्राह्मणों, गुरु, माता-पिता जैसे गुरुजनों
की पूजा करना तथा पवित्रता, सरलता,
ब्रह्मचर्य और अहिंसा ही शारीरिक तपस्या है।।
क्रोध से भम्र पैदा होता है , भ्रम से बुद्धि व्यग्र होती है ,
जब बुद्धि व्यग्र होती है तब तर्क नष्ट होता है
तब व्यक्ति का पतन हो जाता है ।।
जो खाने, सोने, आमोद-प्रमोद तथा काम करने की
आदतों में नियमित रहता है।
वह योगाभ्यास द्वारा समस्त भौतिक
क्लेशों को नष्ट कर सकता है।।
जन्म लेने वाले के लिए मृत्यु उतनी ही निश्चित है,
जितना कि मरने वाले के लिए जन्म लेना।
इसलिए जो अपरिहार्य है,
उस पर शोक नही करना चाहिए।।
भगवद गीता के अनुसार
नरक के तीन द्वार होते है,
वासना, क्रोध और लालच।।
जो हुआ वह अच्छे के लिए हुआ है ,
जो हो रहा है वह भी अच्छे के लिए ही हो रहा है
और जो होगा वह भी अच्छे के लिए ही होगा ।।
भविष्य का दूसरा नाम है संघर्ष।।
जीवन न तो भविष्य मे है न अतीत मे ,
जीवन तो बस इस पल मे है ।।
मनुष्य का मन इन्द्रियों के चक्रव्यूह के कारण भ्रमित रहता है।
जो वासना, लालच, आलस्य जैसी बुरी आदतों से
ग्रसित हो जाता है। इसलिए मनुष्य का
अपने मन एवं आत्मा पर पूर्ण नियंत्रण होना चाहिए।।
Bhagwat Geeta Quotes In Hindi
मैं सभी प्राणियों को एकसमान रूप से देखता हूं,
मेरे लिए ना कोई कम प्रिय है ना ही ज्यादा,
लेकिन जो मनुष्य मेरी प्रेमपूर्वक आराधना करते है,
वो मेरे भीतर रहते है और में उनके जीवन में आता हूं।।
हे अर्जुन! परमेश्वर प्रत्येक
जीव के हृदय में स्थित है।।
जो व्यवहार आपको दूसरो से पसन्द ना हो ,
ऐसा व्यवहार आप दूसरो के साथ भी ना करे !।
आत्म-ज्ञान की तलवार से अपने ह्रदय से अज्ञान
के संदेह को काटकर अलग कर दो।
उठो, अनुशाषित रहो।।
मनुष्य अपने विश्वास से निर्मित होता है,
जैसा वह विश्वास करता है,
वैसा वह बन जाता है।।
हे अर्जुन! जो बहुत खाता है या कम खाता है,
जो ज्यादा सोता है या कम सोता है,
वह कभी भी योगी नहीं बन सकता।।
मन अशांत है और इसे नियंत्रित करना कठिन है ,
लेकिन अभ्यास से इसे वश मे किया जा सकता है ।।
मनुष्य को अपने धर्म के अनुसार कर्म करना चाहिए।
जैसे – विद्यार्थी का धर्म विद्या प्राप्त करना,
सैनिक का धर्म देश की रक्षा करना आदि।
जिस मानव का जो कर्तव्य है
उसे वह कर्तव्य पूर्ण करना चाहिए।।
फल की अभिलाषा छोड़कर कर्म करने
वाला पुरुष ही अपने जीवन को सफल बनाता है।।
जो मुझे सब जगह देखता है
और सब कुछ मुझमें देकता है
उसके लिए न तो मैं कभी अदृश्य होता हूँ
और न वह मेरे लिए अदृश्य होता है।।Bhagawat Geeta Quotes In Hindi
मैं भूतकाल, वर्तमान और
भविष्य काल के सभी जीवों को जानता हूं,
लेकिन वास्तविकता में मुझे कोई नही जानता है।।
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Last Word
तो दोस्तों कैसी लगी आपको यह Bhagawat Geeta Quotes In Hindi मुझे आशा कि आपको यह Shrimad Bhagwat Geeta Quotes आपको बहुत ही पसंद आयी होगी।
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